Text Neck Bimaari Kya Hai : आज के समय में मोबाइल फोन और लैपटॉप का यूज बहुत बढ़ गया है। ऐसे में गैजटे से सुविधा के साथ ही कई तरह की बीमारियों भी आ रही हैं। इसलिए यदि आप अपने बच्चों से पीछा छूड़ाने के लिए उन्हें मोबाइल फोन पकड़ा देते हैं और बच्चे फोन चलाते समय ये नहीं देखते की कैसे बैठे या खड़े है और गर्दन को झुका कर फोन देखते हैं इस वजह से टेक नेक या Text Neck बीमारी का खतरा बढ़ जाता है हम आज टेक नेक बीमारी और मोबाइल फोन से बच्चों को कैसे रखेगें दूर इसके बारें में आज हम आपको Text Neck Bimaari Kya Hai इस बारें में बताएगें
Text Neck Bimaari Kya Hai
मोबाइल फोन सुविधाओं के साथ अब नई-नई परेशानियां भी खड़ी करने लगा है। इसके लगातार प्रयोग से जहां गर्दन की मांसपेशियां कमजोर हो रही हैं, वहीं चेहरे की झुर्रियां युवाओं को असमय ही बुजुर्ग बना रही है। टेक नेक बीमारी की वजह से बॉडी पॉश्चर बिगड़ जाता है। गर्दन व रीढ़ की हड्डी में समस्याएं होने लगती है। रीढ़ की हड्डी का उभार बढ़ने के साथ गर्दन,पीठ कंधों और सिर में दर्द होने लगता है। लैपटॉप-मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल ही टेक नेक बीमारी दे रहा है। ये आपके लिए अलार्मिंग कॉल है। जाने माने अमेरिका के प्लास्टिक सर्जन ने मोबाइल फोन के अधिक यूज से नए तरह की बीमारी के बारें बताया है।
जल्द आदत सुधारिए
अगर आप कम्प्यूटर पर ज्यादा देर तक काम करते हैं और आपके बैठने का तरीका भी गलत है तो संभल जाइए। मोबाइल स्क्रीन पर ज्यादा समय नहीं दीजिए। खासकर जब इस पर कम कुछ पढ़ते हैं तो आंखो पर ज्यादा जोर पड़ता है। अब यह आदत जल्द सुधरिए नहीं तो बुढ़ापा जल्दी आ जाएगा। इसके साथ ही आपको टेक नेक या Text Neck बीमारी भी घेर लेगी।
साइकोलॉजी पर भी पड़ता है प्रभाव
मोबाइल फोन पर ज्यादा देर तक काम करने से लिगामेंट्स,मसल्स व गर्दन के ज्वाइंट्स पर दबाव बनता है। यह दर्द गर्दन से होते हुए सिर तक पहुंचाया है। इसका प्रभाव साइकोलॉजी पर भी पड़ता है।
टीनएजर और बुजुर्ग सावधान
चिकित्सकों के अनुसार,टेक नेक से बचना है तो दिनचर्या सुधारें। ऑलाइन क्लासेस में लैपटॉप से ब्रेक लें। लैपटॉप या स्मार्ट फोन के उपयोग के दौरान गलत तरीके से न बैठें। धूप का सेवन करें। 50 से ज्यादा उम्र है जो स्क्रीन पर समय कम दें
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टेक नेक या Text Neck के लक्षण
- गर्दन,पीठ और कंधो में लगातार दर्द
- पीठ और कंधों में जकड़न
- सिर को आगे पीछे घुमाने पर दर्द महसूस होना
- कंधों का गोल आकार में झुके रहना
- हाथों का सुन्न होना या झनझनाहट का अहसास होना
टेक नेक या Text Neck से बचने के लिए एक्सरसाइज
- चिन ग्लाइड्स : सीधे खड़े होकर हाथों की उंगालियों की मदद से ठुड्डी को दबाते हुए पीछे की ओर ले जाएं। शरीर को सीधा रखें और सिर को आगे लाएं। ऐसा कम से कम 10 बार करें।
- एक्टिव चिन ग्लाइड्स : दीवार के सहारे सीधे खड़े होकर अपने हथेलियां से उस पर दबाव डालें,गर्दन को पीछे की ओर ले जाएं। कंधों को सीधा रखें और कुछ देर गर्दन को पीछे ले जाएं।
- आइडोमेट्रिक डेड प्रेस : दीवार के पास खड़े हो जाएं दीवार पर एक तौलिया लगाकर उस पर सिर टिका लें। तौलिया पर सिर को पीछे की तरफ प्रेस करें और थोड़ी देर रूकने के बाद छोड़ दें।
टेक नेक बीमारी के इलाज
- स्क्रीन टाइम कम करें
- मोबाइल फोन ज्यादा न चलाए और फोन को झुक के न चलाए
- दर्द वाली जगह बर्फ से सिकाई करें।
- दर्द से राहत पाने के लिए सरसों,लवैंडर के गर्म तेल से मालिश करें।
- 4 से 5 दिन से ज्यादा दर्द है तो चिकित्सक को दिखाएं
- डिस्प्ले डिवाइस की लत सिर से लेकर रीढ़ की हड्डी तक में दर्द का कारण बन सकती है।
- फोन कम्प्यूटर,लैपटॉप के सही इस्तेमाल से बुरे प्रभावों से बचा जा सकता है।
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आप ही बीमार कर रहे बच्चों को
ऑनलाइन क्लास के लिए लैपटॉप और मोबाइल लेकर बैठने वाले बच्चे घंटों एक ही अवस्था में बैठे रहते हैं। कई बार तो माता-पिता छोटे बच्चों को शांत करने के लिए मोबाइल फोन पकड़ा देते हैं। शहर के न्यूरो सर्जन के अनुसार, मोबाइल फोन पर ज्यादा समय बिताने पर कारपेल टनेल सिंड्रोम की वजह से हाथ और बाहें सुन्न हो जाती है। आगे चलकर इससे सिरदर्द,गर्दन और कंधो में दर्द के साथ चेहरे पर गहरे चकते भी पड़ सकते हैं।
बच्चों की मोबाइल की लत छुड़ाने के उपाय
- आउटडोर गेम के लिए प्रेरित करें:- बच्चों के घर के बाहर निकलने को बोले, बाहर खेलने के लिये मोटिवेट करें, गार्डनिंग करने को लिये बोले कुछ आउटडोर गेम्स खेलाऐं कैरम, चैस, बैडमिंटन आदि जिससे उनकी फिजिकल फिटनेस भी अच्छी होगी और मोबाइल से ध्यान भी हटेगा
- कम उम्र का विशेष ध्यान :- कम उम्र में बच्चों को फोन न ही दें तो अच्छा है, फोन की वजाय उनकों टी.वी की ओर आकर्षित करें
- वाइफाई बंद रखें:- अपना काम खत्म होने पर वाई फाई को या इंटरनेट को बन्द करें जिससे इंटरनेट कनेक्टीविटी के आभाव में उनका ध्यान फोन में नहीं जायेगा
- क्वालिटी टाइम:- अपने बच्चों को समय दें उनके साथ टाइम बिताऐ, खेल खेलें, एक्सासाइज करें, पार्क आदि में घूमने जाऐ
- स्क्रीन टाइम लिमिट:- बच्चों के लिए दिन में 2 से 3 घण्टे की स्क्रिन लिमिट बना दें पैरेन्ट लॉक जैसे फिचर का प्रयोग करके आप बच्चों को सिर्फ उनकी जरूरत की चीजें देखने के लिए फिक्स कर सकते है, उसके बाद उनको किसी दूसरे काम करने के लिए बोलें जैसे होमवर्क आदि
- पासवर्ड का प्रयोग करें:- फोन में पासवर्ड का प्रयोग करें जिससे हर वक्त बच्चों के लिए मोबाइल कि उपलब्धता खत्म हो सके
- घर बाहर के काम में रखें व्यस्त:- फोन से दूर रखने के लिए आप बच्चों से अपनी मदद करवा सकते हैं, उनको घर की थोडी बहुत सफाई का काम सौंप सकते हैं, घर को डेकोरेट करने को कह सकते हैं, पौधों को पानी देने में बिजी रख सकते हैं इन कामों में बच्चों को व्यस्त करके उनका फोन से ध्यान हटाया जा सकता है
आशा करते हैं कि हमारे आज के आर्टिकल Text Neck Bimaari Kya Hai से आपको जो जानकारी मिली है, वह आपके लिए काफि मददगार साबित होगी