Kya Janwar Bhi Insano Ki Tarah Bimar Hote Hai क्‍या जानवर भी इंसानों की तरह बिमार होते है

आइये जानते हैं कि kya janwar bhi insano ki tarah bimar hote hai, जी हॉ जानवर भी हम इंसानों कि तरह बिमार पड़ते हैं जानवरों में भी इंसानों कि तरह कई प्रकार की बिमारी होती है जैसे- रक्‍त, अस्‍थि, मज्‍जा, हृदय रोग आदि सभी प्रकार की बिमार उन्‍हें भी होती है, अफसोस कि बात यह है कि हम इंसान बिमार होते है हमें कुछ तकलीफ होती है तो बता कर इलाज करा सकते हैं लेकिन जानवर अगर बिमार है तो वह बोल भी नहीं सकते अपनी बिमारी किसी से बता भी नहीं सकते हैं इस कारण इंसानों का ध्‍यान जानतरों तक नहीं जा पाता हैं जब वों बिमार होते है इस कारण जानवरों का इलाज न होने कि वजह से उनकी मृत्‍यु हो जाती है। हम इंसानों कि तरह ही जानवरों को भी उल्‍टी दस्‍त, पेट दर्द, जोड़ो में दर्द, ऑंखों में कम दिखना, बुखार, सर्दी, गर्मी, ठंठी, वृध्‍दावस्‍था आदि सब तरह कि बिमारियॉ उनमें भी होती है।

जानवर कम बिमार क्‍यूँ होते है-

प्रत्‍येक जानवर भोजन अपनी सतुष्‍टी के लिए करते हैं जितने भोजन को पचाने कि‍ शक्‍ति होती है उतना ही भोजन करते हैं, वे स्‍वाद के लिए भोजन नहीं करते हैं जिस तरह मनुष्‍य स्‍वाद के लिए भोजन करता है अपने पाचन शक्ति से अधिक भोजन कर बैठता है जानवर ऐसा कभी नहीं करते हैं इसलिए वे कम बिमार पड़ते हैं

बीमार जानवर किस तरह का व्‍यवहार करते हैं-

  • बीमार जानवर अपने झुंड से अलग मिलेगा।
  • बीमार जानवर सुस्‍त रहता है।
  • बीमार जानवर भोजन नहीं खाता या कम खाता है।                                                       

जानवरों कि अपेक्षा मनुष्‍य ज्‍यादा बिमार क्‍यॅू होता है [Kya Janwaro Ko Bhi Diabetes, Migraine hota hai]

आप सभी ने देखा होगा कि जानवर खाना खाने के बाद कभी पानी नहीं पीते और न ही पानी पीते वक्‍त खाना खाते है जैसे- चिडि़या थोड़ा-थोड़ा कर रूक-रूक कर पानी पीती है चिडि़या अगर सुबह कुछ खायी है तो वह पानी दुपहर में पीती है चिडि़या कभी रात में खाना नही खाती है इसी तरह सभी जानवर का है जानवर कभी स्‍वाद के लिए नहीं खाते है भर पेट हम इंसानों कि तरह इस वजह उन्‍हें कभी cancer, hypertensiom,Migraine, diabetes, joint pain नहीं होता क्‍यूंकि वो खाने-पीने का ध्‍यान रखते है सब जानवर इस नियम का पालन करते है यहॉं तक कि भैस भी इस नियम का पालन करती है और हम मनुष्‍य इसका कोई ध्‍यान नहीं देता इस कारण जानवरों कि अपेक्षा मनुष्‍य को  cancer, hypertensiom, Migraine, diabetes, joint pain इन सभी बीमारियों से जूझना पड़ता है अगर मनुष्‍य भी इस नियम का पालन करने लगे तो किसी भी मनुष्‍य को इन बिमारि‍यों को झेलना नहीं पड़ेगा।

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जानवर कि उम्र इंसानों कि अपेक्षा कम क्‍यूँ होती है-

वैज्ञानिको ने इस पर रिसर्च कर बताया है कि डीएनए में जो म्‍यूटेशंस होता है उसकी संख्‍या सभी में लगभग बराबर होती है वैज्ञानिकों ने बताया कि जिस जीव में अधिक म्‍यूटेशंस होते है उनकी उम्र उतनी ही कम होती है अर्थात उनकी मृत्‍यु जल्दी हो जाती है। रिसर्च पाया गया कि एक चुहिया के डीएनए में साल में कम से कम लगभग 800 बार बदलाव  होते है जिसकी उम्र चार साल से कम होती है। इसी तरह सभी जानवरों में अलग-अलग डीएनए में बदलाव होते है जैसे- कुत्‍तों मे लगभग 250 बार, शेर में लगभग 150 बार और इंसानों में लगभग 50 बार डीएनए में बदलाव होते हैं। इसके अनुसार इन सभी की उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है और जिसके डीएनए मे कम बदलाव होते है उनकी उम्र अधिक होती है जैसे इंसान । यह केवल साल भर का आकड़ा लगाया गया है ।

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