HDFC LTD और HDFC Bank के विलय की तारीख का ऐलान हो गया है। 1 जुलाई को एचडीएफसी लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक दोनों मिलकर एक हो जांएगे। इसके पहले 30 जून को कामकाजी समय खत्म होने के बाद दोनों संस्थाओं की बोर्ड बैठक होगी। एचडीएफसी के वाइस चैयरमैन और CEO केकी मिस्त्री ने बताया कि एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर को 13 जुलाई को बंद होंगे और इसमें ट्रेंडिग बंद हो जाएगी, इसके बाद एचडीएफसी बैंक की मर्ज एंटिटी की ट्रेंडिग 17 जुलाई, 2023 से शुरू होगी।
इस विलय के औपचारिक ऐलान के बाद एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के स्टॉक में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है एचडीएफसी बैंक का शेयर 1.76 फीसदी उछलकर 1663 रूपये पर पहुंच गया तो एचडीएफसी 1.86 फीसदी उछलकर 2771 रूपये पर पहुंच गया।
एचडीएफसी बैंक ने पिछले साल 4 अप्रैल को 40 अरब डॉलर के सौदे में देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी का अधिग्रहण करने पर सहमति व्यक्त की थी । दोनों कपंनियां के मर्जर के बाद एचडीएफसी बाजार पूंजी के लिहाज से टीसीएस को पीछे छोड़ रिलायंस के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी।
शेयरधारकों पर क्या असर होगा
इस विलय के तहत निवेशकों एचडीएफसी लिमिटेड के 25 शेयर के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे। यानी एचडीएफसी के 10 शेयर हैं तो एचडीएफसी बैंक के 17 शेयर मिलेंगे। 13 जुलाई से एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर की ट्रेंडिग बंद हो जाएगी संयुक्त कंपनी के शेयरों की 17 जुलाई से ट्रेंडिग होगी।
HDFC के इन ग्राहकों पर असर नहीं होगा
- सभी ग्राहकों को बैंक की सभी सेवाएं पहले की तरह मिली रहेंगी।
- एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी हाउसिंग फाइनेंस की सेवाएं मिलेगी।
- एफडी कराने वालों की एफडी की दरों में कोई बदलाव नहीं होगा।
- डीमैट अकाउंट की सुविधांए भी पहले जारी रहेंगी।
ग्राहकों पर क्या होगा असर?
इस मर्जर का ग्राहकों को भी फायदा मिलेगा। विलय के बाद बैंक की कैपिटल पहले के मुकाबले काफी बढ़ जाएगी और बैंक पहले के मुकाबले अधिक जोखिम वाले लोन दे पाएगा। अभी एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक की सेवाओं का लाभ लेने को अलग-अलग ब्रांच जाना पड़ता था, लेकिन अब एक की ब्रांच में जाने से काम हो जाएगा।