Cyber Crime kise kahte hai. साइबर क्राइम एक ऐसा अपराध होता है जिस में कंप्यूटर और नेटवर्क शामिल है। किसी भी कंप्यूटर का अपराधिक स्थान पर मिलना या कंप्यूटर से कोई अपराध करना कंप्यूटर अपराध कहलाता है। कंप्यूटर अपराध में नेटवर्क शामिल नहीं होता है। किसी कि निजी जानकारी प्राप्त करना और गलत इस्तेमाल करना। किसी की भी निजी जानकारी कंप्यूटर से निकाल लेना या चोरी कर लेना भी साइबर अपराध है।
कंप्यूटर भी कई प्रकार के होते हैं और कई प्रकार से किये जा सकते हैं। जैसे कि चोरी करना, जानकारी मिटना, जानकारी में फेर बदल करना, किसी कि जानकारी को किसी और को देना या कंप्यूटर के भागो की चोरी करना या नष्ट करना।
ऑनलाइन शॅापिंग करनी हो या खाना ऑर्डर करना हो। आजकल हम सभी इन कार्यों को चुटकियों में घर बैठे अपने फोन या लैपटॉप की सहायता से पूर्ण कर लेते है। वर्तमान समय में इंटरनेट की सहायता से हम सभी प्रकार के कार्यों का आसानी से घर बैठे ही पूरा कर लेते है ऐसे में अधिकांश लोग इंटरनेट के प्रयोग से वाकिफ होते है। वर्तमान में अकसर हमें विभिन्न माध्यमों से यदा-कदा साइबर क्राइम से संबंधित खबरें सुनने को मिलती है।
साइबर क्राइम किसे कहते हैं
सरल शब्दों में कहें तो साइबर क्राइम कंप्यूटर की मदद से किसी अपराध अंजाम दिया जाता है। तथा इन अपराध करने वाले लोगों को हैकर्स,कैकर्स आदि नाम से जाना जाता है। यह एक ऐसा अपराध है जिसे करने पर कड़ा जुर्माना अथवा जेल की सजा भी जा सकती है।
हैकर्स कंप्यूटर से हैंकिग स्पैमिंग की मदद से ऑनलाइन घोटाले, लोगों की निजी जानकारी चुराने और अश्लील तत्वों को बढ़ावा देना, निजी दस्तावेजों को सार्वजानिक करना स्पैम मेल करना आदि अन्य अवैध तरीकों का इस्तेमाल अपने लाभ के लिए करते हैं।
यह अपराध अनेक प्रकार से हो सकते हैं जैसे कई प्रकार की चीजे आ सकती है यही साइबर क्राइम कहलाता है ।
साइबर क्राइम के प्रकार
साइबर क्राइम के मुख्य प्रकार निम्नलिखित है।
1. हैकिंग एवं अनाधिकृत प्रवेश
हैकिंग एवं अनाधिकृत प्रवेश साइबर क्राइम की दुनिया में किया जाने वाला सबसे आम साइबर क्राइम है। किसी भी व्यक्ति के सिस्टम, कंप्यूटर या नेकवर्क में बिना व्याक्ति की अनुमति के प्रवेश ही हैंकिग प्रवेश कहा जाता है।
आमतौर पर साइबर क्राइम समूहों के द्वारा प्रोफेशनल हैकर के माध्यम से ही हैंकिग एवं अनाधिकृत प्रवेश को अंजाम दिया जाता है। हैकिंग के माध्यम से हैकर द्वारा विभिन्न प्रकार की निजी जानकारियों एवं महत्वपूर्ण सीक्रेट डाटा को चुराया जाता है।
जिसके माध्यम से यूजर को वित्तीय एवं अन्य प्रकार से नुकसान पहुंचाता है। वेबसाइट हैंकिग भी हैंकिग का एक प्रकार है जहां हैकर्स के द्वारा दूसरे व्याक्ति की वेबसाइट पर अनधिकृत प्रवेश करके महत्वपूर्ण डाटा चोरी किया जाता है
2. साइबर स्टाकिंग
वर्तमान सोशल मिडिया के समय में सभी लोग सोशल मीडिया साइट्स पर अपने समय का अधिकांश भाग बिताते है। ऐसे में साइबर अपराधियों के द्वारा साइबर स्टॉकिेंग के माध्यम के बार- बार परेशान किया जाता है जिसमें पीडि़त को फॉलो करना, धमकी भरे संदेश भेजना, बार- बार फोन करना,अश्लील तस्वीरें भेजना एवं इसी प्रकार के अन्य कृत्यों के माध्यम से दूसरे व्याक्ति को परेशान किया जाता है। बच्चे एवं अवयस्क यूजर प्राय: साइबर स्टाकिंग का शिकार बनते है।
3.ऑनलाइन ठगी करना
ऑनलाइन ठगी हमारे देश में साइबर क्राइम के सबसे आम कारणों में शुमार है। इसके तहत अपराधियों के द्वारा हैंकिग के माध्यम से यूजर की बैंकिग संबंधित जानकारियां चुरा ली जाती है एवं इसके माध्यम से यूजर के बैंक अकाउंट से पूरी रकम साफ कर दी जाती है।
वहीं हमारे देश में ऑनलाइन ठगी के लिए प्राय: फोन कॉल के माध्यम से लोगों से उनके फोन नंबर पर ओटीपी,केडिट-कार्ड या डेबिट कार्ड नंबर या सेंड किए गए संदेश पर क्लिक करने को कहा जाता है।
जैसे ही यूजर के द्वारा साइबर –क्रिमिनल द्वारा बताया जाता कोई भी कार्य जाता है तुरंत ही उनके बैंक अकाउंट से पैसे कटने को मैसेज प्राप्त हो जाता है।
4.पहचान का अनाधिकृत इस्तेमाल
किसी व्याक्ति की पहचान का अनधिकृत उपयोग भी साइबर क्राइम की श्रेणी में शुमार है। वर्तमान समय में विभिन्न लोगों द्वारा सोशल मिडिया के माध्यम से अन्य व्याक्ति की फोटो चुराकर अलग-अकाउंट बनाया जाता है।
इसका गलत इस्तेमाल किया जाता है जिससे की यह भी साइबर क्राइम का प्रमुख प्रकार है। महिलाएं इस प्रकार के अपराधों की जद में अधिक आती है।
5.फिशिंग
अगर आप अपने ईमेल-बॉक्स को चेक करते हैं तो आप भी अकसर वहां स्पैम ईमेल देखते होंगे। दरअसल फिशिंग का प्रमुख कारण स्पैम ईमेल का उपयोग है।
साथ ही यहॉं आपको स्पैम वेबसाइट का लिंक भी दिया जा सकता है जिस पर आपको अपनी जानकारियों भरने को कहा जाता है। अपनी निजी एवं बैंकिग संबंधित जानकारियां भरने पर आप फिशिंग का शिकार हो सकते है।
6.साइबर सॉफ्टवेयर
हैकर्स के द्वारा वायरस सॉफ्टवेयर के माध्यम से भी साइबर क्राइम को अंजाम दिया जाता है। दरअसल कंप्यूटर वायरस एक विशेष प्रकार के प्रोग्राम का समूह होता है।
जो कि किसी अन्य यूजर के सिस्टम में जाकर उसके डाटा को चुरा सकता है या इसे नष्ट कर सकता है साथ ही वायरस सिस्टम को भी विभिन्न तरीकों से प्रभवित कर सकता है।
इसें प्राय: हैकर्स द्वारा अन्य यूजर को अनाधिकृत लिंक के माध्यम से भेजा जाता है जो की महत्वपूर्ण डाटा को नष्ट कर सकता है।
7.साइबर बुलिंग
साइबर बुलिंग का अर्थ है लोगों को सोशल मीडिया या अन्य इंटरनेट प्लेटफार्म की सहायता से परेशान करना। साथ ही ऑनलाइन ब्लैकमेल करना एवं अन्य ऑनलाइन तरीके से किसी व्याक्ति को परेशान करना भी साइबर –बुलिंग के अंतर्गत आता है।
इसके अतिरिक्त सॉफ्टवेयर पायरेसी, साइबर स्पांइ्ग ,कंटेट चोरी करना, चाइल्ड पोनोग्राफी, पोनोग्राफी,सलामी अटैक,ऑनलाइन जुआ खेलना, ऑनलाइन आंतकवाद एवं डॉक्यूमेंट्स फोर्जरी करना भी साइबर अपराध की श्रेणी में आता है।
आज कल इंटरनेट का उपयोग तो सभी करते है। लेकिन आज से समय में इंटरनेट से होने वाले जुर्म काफी बढ़ गए है। इसलिए हमें सभी को इनसे सतर्क रहना चाहिए।
साइबर क्राइम से कैसे बचें
हर एक इंटरनेट यूजर को साइबर क्राइम से बचना बेहद ही आवश्यक हैं क्योंकि इंटरनेट पर हमेशा ही किसी न किसी व्याक्ति के साथ स्कैम करने की तलाश में रहते हैं और जब उन्हें एक अच्छा मौका प्राप्त हो जाता हैं तब वे साइबर क्राइम को करने में पीछे नहीं हटते हैं, ऐसे में सावधानी हमें ही बरतनी होगी।
इसके लिए साइबर क्राइम, साइबर सुरक्षा को समझना बेहद ही आवश्यक हैं व साथ में साइबर सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करना होगा इन्हीं को समझकर और इन्हीं का पालन करके हम अपने साथ साइबर क्राइम होने से बच सकते हैं।
साइबर क्राइम से बचने के उपाय
साइबर क्राइम से बचने के उपाय निम्न प्रकार है
1. अनजान लिंक पर क्लिक न करे
अक्सर हर एक इंटरनेट यूजर को ऐसे ईमेल और मैसेज आते रहते हैं जिन पर अनजान लिंक मौजूद होते हैं ऐसे में हमें इन ईमेल और मैसेज में मौजूद अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक नहीं करना चहिए।
2- अनजान वेबसाइट पर ध्यान दें
कभी भी किसी भी वेबसाइट को विजिट करते वक्त सबसे पहले HTTPS पर ध्यान देना चहिए। अगर वेबसाइट के लिंक में HTTPS के बजाय HTTP हैं तो हमें ऐसे वेबसाइट पर नहीं जाना चहिए और अनजान वेबसाइट पर हमें भूल कर लॉगिन नहीं करना चाहिए और पर्सनल डिटेल को साझा नहीं करना चाहिए।
अक्सर हम किसी सॉफ्टवेयर या Apps को फ्री मे इस्तेमाल करने के चक्कर में ऐसे थर्ड पार्टी Apps ,सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन में इंस्टाल कर लेते हैं जो कि बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं होता हैं इससे हमारा कंप्यूटर स्मार्टफोन हैक हो सकता है। इसलिए कभी भी किसी भी थर्ड पार्टी Apps इस्टाल न करें
Apps को इंस्टाल करने के लिए प्ले स्टोर का उपयोग करे एवं किसी भी Apps को अपने फोन की Permission’s देने से यह जांचे की क्या उस App को Specific Permission की जरूरत हैं।
3- Personal Information को Personal ही रखें
अक्सर हम अपने Personal Details सूचना को सोशल मीडिया साइट्स पर Public कर देते हैं ऐसा हमें कभी भी नहीं करना चाहिए क्योंकि कोई भी अनजान व्यक्ति आपके Personal Details को गलत उपयोग कर सकता है।
4- ऑनलाइन Scheme और Lottery पर भरोसा न करें
हमें और हमारे पास मौजूद लोगों को ऐसे Calls आते रहते हैं जिनमें ऑनलाइन Scheme और Lottery की बात की जाती है, पैसे देने का दावा करते हैं और उसके बदले हमारे Personal Details और पैसे मांगते हैं तो ऐसे चीजों पर लालच में आकर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करना चाहिए।
5- Public WiFi का उपयोग न करें
अगर आप फ्री इंटरनेट के चक्कर में Public वाईफाई का उपयोग करते हैं तो सावधान हो जाए क्योंकि आज के समय में फ्री Public वाईफाई बिल्कुल भी सेफ नहीं हैं इससे आपका System Hack हो सकता हैं।
इसीलिए सभी भी फ्री वाई फाई का इस्तेमाल कर रहे है जब आप इस बात पर ध्यान दीजिएगा कि वह वाईफाई नेटवर्क एक Verified Organization का हैं या नहीं।
6- अपने Browser को Updated रखें
इंटरनेट का उपयोग करने के लिए Brower बेहद ही आवश्यक होता हैं एसे में हमारे Brower में ऐसी कई सारी कमियां होती हैं जिनसे हैकर हमारे System को हैक कर सकता हैं। इन्हीं कमियां को Fix करने के लिए Brower में Update लाया जाता हैं इसीलिए हमें अपने Brower को Updated रखना चाहिए।
7- साइबर सेल का उपयोग करें
साइबर सेल एक तरह का सरकारी साइबर सुरक्षा का टीम होती है जो कि साइबर अपराधों में पुलिस की सहायता करती है आजकल साइबर सेल का कार्यालय हर एक क्षेत्र में खोला जा रहा है ऐसे में अगर आपके साथ किसी भी तरह का साइबर अपराध होता है तब आप साइबर सेल के पास जा सकते हैं।
ऑनलाइन साइबर क्राइम का Complaint कैसे करें
अगर आप से साथ ऑनलाइन किसी भी तरह का दुर्व्यवहार किया जा रहा हैं जैसे, ऑनलाइन कोई धमकी दे रहा हैं, किसी ने Fraud कर के आपके बैंक से पैसे लूट लिए हैं, आपके Personal Photos को सोशल मीडिया Publish पर कर दिया हैं,
ऑनलाइन Financial Fraud हुआ हैं, किसी ने आपकी Fake प्रोफाइल बनाई है इत्यादि
जैसे Case में आप ऑलाइन साइबर Complaint का करना चाहते हैं तो इसके लिए आप भारत सरकार साइबर Complaint की मुख्य वेबसाइट में जा सकते हैं और आपको तुरंत Complaint साइबर करनी है तो 1930 इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
साइबर क्राइम में अपराधी अपराध करने के लिए किस चीज का इस्तेमाल करते है जानें
सामान्य तौर पर साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले अपराधी कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं जिसमें वे कुछ गैरकानूनी तरीके से कुछ लोगों के कंप्यूटर व उनके सॉफ्टवेयर हैक कर लेते हैं या फिर उन्हें ट्रैक करके उनके कंप्यूटर में मौजूद सभी जानकारी को चुरा लेते हैं वे उस व्याक्ति के बैंक अकांउट की सभी जानकारी चुराकर उनके बैंक से पैसा तक का गबन कर लेते हैं।