Asthma Bachav Aur Upchar: अस्‍थमा- बचाव और उपचार  

Asthma Bachav Aur Upchar: यदि आप अक्‍सर सांस लेने में दिक्‍कत का अनुभव करते हैं या जब आप सांस लेते हैं तो आपको अपने सीने  में एक सीटी या फुसफुसाहट की आवाज सुनाई देती है,तो आपको अस्‍थमा या दमा हो सकता है आइए हम इस अर्टिकल में आपको अस्‍थमा के बारें में पूरी जानकारी देगें।

 दमा क्‍या है? (What is Asthma)

Asthma इसको दमा के नाम से भी जाना जाता है या इसे हिंदी में इस नाम से जाना जाता है। अस्‍थमा एक ऐसी स्थिति है जिसमें हमारी सांस लेने वाली ट्यूब संकीर्ण हो जाती है और इसमें सूजन और अतिरिक्‍त श्‍लेष्‍म उत्‍पन्‍न हो जाते हैं। इससे सांस लेने  में मुश्किल हो सकती है और खांसी,आवाज में घरघर और सांस की तकलीफ को ट्रिगर कर सकता है। कुछ लोगों को अस्‍थमा एक मालूली बीमारी होती है किसी के लिए, यह एक बड़ी समस्‍या हो सकती है।

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अस्‍थमा के प्रकार (Types of Asthma)

अस्‍थमा के लक्षणों और कारण के आधार पर यह दो प्रकार के होते हैं।

  1. इंटरमिटेंट अस्‍थमा (Intermittent Asthma) :- इस प्रकार का अस्‍थमा रूक-रूक कर आता है,यानी आता है और चला जाता है। इस तरह के अस्‍थमा में आप बीच-बीच में सामान्‍य भी महसूस कर सकते हैं।
  2. लगातार अस्‍थमा (Continuous Asthma) :- इस तरह के अस्‍थमा में आपको ज्‍यादातर समय लक्षण दिखाई देते हैं। आपको महसूस होने वाले लक्षण,हल्‍के मध्‍यम या गंभीर भी हो सकते हैं।

अस्‍थमा (दमा) का कारण क्‍या है

वैसे तो अस्‍थमा की बीमारी के कई सारे कारण है परंतु कुछ कारणों के बारे हम आपको बता देते हैं।

  1. कोहरे के संपर्क से
  2. धुएं के कारण
  3. तेज तेज चलने के कारण
  4. मौसम बदलने के दौरान
  5. धूल व मिट्टी इत्‍यदि के कारण
  6. श्‍वसन नलिकाओं में इंफेक्‍शन के कारण

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अस्‍थमा (दमा) की बीमारी के लक्षण

  1. सांस लेने में तकलीफ होना
  2. सांस फूलना
  3. सांस उखड़ जाना
  4. अत्‍यधिक
  5. खांसी आना
  6. अत्‍यधिक थकान महसूस करना
  7. कोहरे या धुएं से एलर्जी होना

अस्‍थमा (दमा) की रोकथाम के तरीके

  1. उन रसायनों और उत्‍पादों से दूरी बनाए रखें जो पहले सांस लेने की समस्‍या का कारण रहे हैं,और नाक की एलर्जी का कारण रहे हैं
  2. धूल या मोल्‍ड जैसे एलर्जी से दूर रहें।
  3. एलर्जीरोधी दवा लें जो दमा के कारणों के खिलाफ शरीर की रक्षा करते हैं।
  4. चिकित्‍सक के सलाह से ही निवारक दवा लें।

अस्‍थमा (दमा) के घरेलू उपाय

अस्‍थमा के लिए कई चिकित्‍सा उपचार हैं अस्‍थमा के कुछ घरेलू उपाय नीचे दिए गए है।

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  1. सरसों का तेल :- अस्‍थमा में कपूर के साथ मिश्रित सरसों का तेल अस्‍थमा के इलाज के लिए एक शक्तिशाली मिश्रण है। जब तक आपको अस्‍थमा से राहत नहीं मिल जाती,तब तक इस मिश्रण को छाती में हर जगह रगड़े। तेल को गूंदने से पहले गरम करना गारंटी देता है कि आप उस चमक को महसूस करेंगे जो तेजी से मदद करती है।
  2. नीलगिरी का तेल :- अस्‍थमा नीलगिरी के तेल के माध्‍यम से अस्‍थमा को नियंत्रण में रखने का एक सुविधाजनक उपाय है। एक कटोरी बुदबुदाते पानी में यूकेलिप्‍टस एसेंशियल ऑयल की कुछ बॅूदें डालें और इसकी भाप लें। यह सरल श्‍वास को प्रोत्‍साहित करने के लिए किसी भी नाक की रूकावट को खोलने में सहायता करता है।

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  1. अदरक :- अस्‍थमा स्‍वास्‍थ्‍य और शरीर के लिए अनगिनत लाभों को देखते हुए, यह वास्‍तव में आश्‍चर्यजनक नहीं है कि अदरक को एक सुपरफूड माना जाता है। अदरक,अमृत और अनार को बराबर मात्रा में लेकर औषधि बनाकर दिन में 2-3 बार सेंवन करें।
  2. कॉफी :- अस्‍थमा कॉफी में मौजूद कैफीन अस्‍थमा के इलाज में मदद करता है। यह नाक के खंड को साफ करता है जिससे आप प्रभावी ढंग से श्‍वास ले सकते हैं।

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अस्‍थमा 5 साल की उम्र तक पहले लक्षण दिखाई देने लगते हैं।  

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