साल में 365 दिन होते दरअसल ये दिन एक जैसे नहीं होते है कभी दिन छोटे तो कभी दिन बड़े होते है और साल में एक दिन ऐसा आता है जब दिन बहुत बड़ा होता है माना जाता है कि 21 june Saal ka sbse bada din hota hai , उस दिन सूर्य उदय बहुत जल्दी हो जाता है और सूर्यअस्त बहुत देर में होता है, इस कारण रात छोटी होती है और दिन बड़ा यानि 21 जून को दिन 12 घंटे कि अपेक्षा 14 घंटे का होता है।
सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटा दिन:-
21 june Saal ka sbse bada din hota hai इस दिन भारत के साथ नॉर्थ हमिस्फीयर में मौजूद सभी देशों में 21 जून को दिन बड़े व रात छोटी होती है।
21 june को क्यूँ लंबे दिन होते है:-
आइये हम जानते है कि 21 जून को लंबे दिन क्यूँ होते है, दरअसर इस दिन सूरज नॉर्थ हेमिस्फीयर से चलकर भारत के बीच से गुजरी कर्क रेखा में आ जाता है इस कारण सूरज कि किरणें ज्यादा समय तक धरती में रहती है इस दिन सूरज कि किरणे 14-15 घंटे तक धरती पर रहती है इस कारण दिन लंबे और रातें छोटी हो जाती हैं। प्रथ्वी अपने अक्ष पर घूमते हुए सूर्य का चक्कर लगाती है प्रथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुही है इस कारण सूर्य की रोशनी धरती पर हमेशा एक जैसी नहीं होती है इस कारण दिन और रात हर देश में कुछ अलग रहता है।
साल का सबसे बड़ा दिन और बड़ी रात कब होती है:-
21 june Saal ka sbse bada din hota hai और रात छोटी इस दिन के बाद में दिन बड़े और रात छोटी होने लगती है और 21 सितंबर को दिन और रात बराबर होते हैं। 21 सितंबर के बाद से रात लंबी होने लगती है और यह सिलसिला 22 दिसम्बर तक चलता है 22 दिसम्बर के बाद से रात छोटी और दिन बड़े होने लगते हैं । 22 दिसम्बर कि रात साल की सबसे बड़ी रात होती है इस दिन रात बड़ी और दिन छोटा होता है। 22 दिसम्बर के बाद से दिन बड़े और रात छोटी होने लगती है और यह सिससिला 21 जून तक चलता है।
सबसे बड़ा दिन कितने घंटे का होता है:-
21 june Saal ka sbse bada din hota hai और रात छोटी होती है 21 जून को दिन 12 घंटे की अपेक्षा 14-15 घंटे का होता है यानि साल का सबसे बड़ा दिन ।
पृथ्वी दो प्रकार कि गति करती है (दिन और रात क्यूँ होते है)–
- घूर्णन:- पृथ्वी अपनी काल्पनिक धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर 23.9 घण्टे में एक चक्कर लगाती है जिसके कारण रात और दिन होते हैं।
- परिक्रमण:- सूर्य के चारों ओर 365.26 दिनों में एक चक्कर लगाती है, पृथ्वी जिस दीर्घ र्वत्ताकार पथ पर सूर्य कि परिक्रमा करती है उसी सतह पर 66.5 डिग्री सैल्सियस झुकी हुई है । पृथ्वी अपने पूरे चक्कर लगाते वक्त एक ही दिशा पर झुकी हुई होती है।
किसी स्थान पर दिन और किसी स्थान पर रात ऐसा क्यूँ होता है जाने:-
पृथ्वी सूर्य कि परिक्रमा 24 घण्टे में पूरा कर लेती है यानि 24 घण्टे में एक चक्कर लगाती है इसी कारण दिन और रात होते हैं जिस तरफ सूर्य की रौशनी पृथ्वी पर पड़ती है उस स्थान पर दिन होता है और उसके पीछे वाले हिस्से में जहां पर सूर्य कि रौशनी नहीं पड़ती है उस स्थान पर रात होती है। यही कारण है कि किसी स्थान पर दिन और किसी स्थान पर रात होती है ।
क्या कारण है कि नारेन्द्र माेदी 21 जून को योग दिवस के रूप में चुने :-
21 जून को विश्व योगा दिवस के रूप में मनाया जाता है दरअसर साल का सबसे बड़ा दिन होने से ही माननीय श्री नारेन्द्र मादी जी ने 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय के रूप में चुना था। मादी जी का मानना है कि 21 june Saal ka sbse bada din hota hai इस लंबे दिन को लोग योग करके अपने जीवन को भी लंबा करें योग हमारे शरीर के लिए बहुत अच्छा और लाभदायक होता है और योग करने से शरीर स्वस्थ और जीवन काल लंबा होता है उनका मानना है कि इस लंबे दिन की तरह हमारा जीवन भी लंबा हो इसलिए 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में कहा है। अत: इस दिन सभी मनुष्य को योग करना चाहिए और हमेशा करते रहें।